UPDATE CHANDAULI NEWS: मनोज सिंह डब्लू ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि सरकारी अधिकारी, किसानों के गेहूं लदे वाहनों को रोककर उसे जबरन क्रय केन्द्रों पर बेचवाने का दबाव बना रही है।
उत्तरप्रदेश के चंदौली जिले में सरकारी अशिकारियों द्वारा किसानों पर दवाब बनाने का एक गंभीर मामला प्रकाश में आया है। हालांकि, ये एक आरोप है, जो कि सपा के राष्ट्रीय सचिव द्वारा लगाया गया है।
राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह का आरोप
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने बुधवार को जिला प्रशासन पर किसानों को प्रताड़ित करने व गेहूं को सरकारी क्रय केन्द्रों पर बेचने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकारी अधिकारियों द्वारा जनपद में किसानों के गेहूं लदे वाहनों को रोककर उसे जबरन क्रय केन्द्रों पर बेचवाने का दबाव बना रही है। जबकि व्यापारियों व दलालों की गेहूं लदी गाड़ियां चौबीसों घंटे फर्राटा भर रही है। लेकिन उन्हें रोकने व टोकने वाला कोई नहीं है।
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किसान विरोधी प्रशासन
मनोज सिंह डब्लू ने बताया कि जिला प्रशासन का यह रवैया किसान विरोधी है। पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू के अनुसार उनको सूचना मिली की किसान नीरज सिंह के गेहूं लदे वाहन को अधिकारियों ने रोक लिया। जानकारी के बाद मनोज सिंह डब्लू सीधे मौके पर पहुंचे। लेकिन तब तक अधिकारी वाहन को छोड़कर जा चुके थे।
किसान का गंभीर आरोप
किसान ने आरोप लगाते हुए बताया कि अधिकारियों ने क्रय केन्द्र पर 100 बोरा गेहूं पहुंचाने की बात कही है। सपा नेता मनोज सिंह डब्लू ने किसानों का आह्वान किया कि यदि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी किसानों के गेहूं लदी गाड़ी को रोकता है या उन्हें परेशान करता है तो उसकी सूचना दे। साथ ही मौके की वीडियो बनाएं, ताकि ऐसे अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जा सके।
खुले बाज़ार में गेहूं का अच्छा दाम
पूर्व विधायक ने बताया कि जनपद के किसानों को इस वक्त गेहूं की फसल खुले बाजार में अच्छा दाम मिल रहा है। इस कारण किसान बाजार में फसल बेचकर अच्छी आय अर्जित करना चाह रहे हैं, लेकिन जिला प्रशासन इसमें बाधक बन रहा है। एक तरफ सरकार व सरकारी अधिकारी मंच से किसानों की आय बढ़ाने की बात करते हैं, वहीं जब किसान अच्छे दाम पर अपनी फसल बेचना चाहता है तो उसे रोका जा रहा है। उस पर कार्यवाही का दबाव बनाकर जबरन गेहूं की फसल क्रय केन्द्रों पर बिकवाई जा रही है। दूसरी ओर गल्ला व्यापारी व दलालों की गेहूं लदी गाड़ियां फर्राटा भर रही हैं, लेकिन उसे रोकने वाला क्योंकि नहीं है। किसानों का आरोप है कि दलालों द्वारा अधिकारियों को सुविधा शुल्क दी जा रही है, जिससे वह खुलेआम अपना व्यापार कर रहे हैं। कहा कि किसान परिवारों के घर शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्यक्रम पड़े है। जिसके लिए किसान अपनी फसल बेचकर धन की बंदोबस्त करने के लिए जद्दोजहद करता नजर आ रहा है।