UPDATE CHANDAULI NEWS: डीएम के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन टीम ने 44 किलो आइसक्रीम सहित आइसक्रीम बनाने में प्रयुक्त होने वाले अन्य स्नान को नष्ट किया है। नमूने लेकर जांच के लिए भी भेजा गया।
भीषण गर्मी और आइसक्रीम की खपत
दरसअल, गर्मी के मौसम में आइसक्रीम की खपत ज्यादा होती है। गर्मियों में आइसक्रीम, खास कर बच्चों की पहली पसंद होती है। ऐसे में आइसक्रीम बनाने वाली कंपनियां ज्यादा मुनाफा कमाने की चक्कर मे आइसक्रीम बनाते समय उसकी क्वालिटी पर ज्यादा ध्यान नही देतें। परिणाम स्वरूप, लोगों में पेट संबंधित कई बीमारियां फैल जाती है।
जिला प्रशासन ने चलाया अभियान
उपोरोक्त बातों को ध्यान में रखते हुए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की ओर से तीन दिन तक अभियान चलाकर कार्रवाई की गई। सहायक आयुक्त (खाद्य) कुलदीप सिंह ने बताया कि जांच के दौरान टीम ने आइसक्रीम बनाने में प्रयुक्त होने वाले 54 सामान नष्ट करा दिया।
जांच के लिए कलेक्ट किये गए नमूने
कुलदीप सिंह ने बताया कि जांच के लिए 12 आइसक्रीम के नमूने लिए गए है। जिसमे चंदौली बाजार से तीन विभिन्न प्रकार के आइसक्रीम के नमूने, बिजूरियाबीर बखरा और भोजपुर स्थित आइसक्रीम कारखानों से एक-एक नमूने तथा रामनगर में पांच नमूने लिए गए है। इसके अलावा चंदौली में मठ वाली गली और शंकर मोड़ से आइसक्रीम के एक-एक नमूने लिए गए है। लिए गए नमूनों की जांच के बाद आवश्यक विधिक कार्रवाई की जाएगी।